काठमाडौं- नेपालमा कोभिड सुरु भएपछि परिवार नियोजनका अस्थायी साधन प्रयोगकर्ताको संख्या कम भएको पाइएको छ। पछिल्लो तीन वर्षको तथ्यांक अनुसार परिवार नियोजनका साधन प्रयोगकर्ताको संख्या क्रमशः कम देखिएको हो।
तीन वर्षको तथ्यांक हेर्दा अस्थायी साधन प्रयोगकर्ताको संख्या गत आर्थिक वर्षमा कम छ। नेपालमा परिवार नियोजनका अस्थायी साधान डिपो (तीन महिने सुई), पिल्स (चक्की) , इम्लान्ट र आयुसिडी (कपरटी) का नयाँ प्रयोगकर्ताको संख्यामा प्रगति कम देखिएको हो।
चारवटै साधन महिलाहरुले प्रयोग गर्ने भएकाले कोरोनाका कारण निषेधज्ञाको अवस्था रहेकाले महिलाहरुलाई साधनको सहज उपलब्ध नहुँदा प्रयोगदरमा कमी आएको अनुमान गरिएको छ।
परिवार नियोजनको अस्थायी साधानको प्रयोगले लामो समय अनपेक्षित गर्भ रोक्न, दुई सन्तानबिचको जन्मान्तर राख्न सहज हुने गर्दछ।
परिवार कल्याण महाशाखाका अनुसार महिलामा परिवार नियोजनका यी साधानबारे अझै पनि पर्याप्त जानकारी नहुनु र सम्भावित प्रयोगकर्तासम्म सेवा प्रदायक पुग्न नसकेकाले पनि अपेक्षित प्रगति हुन नसकेको हो।
यद्यपी, महाशाखाले प्रगतिमा आएको गिरावट बारे विश्लेषणात्मक अध्ययन गर्न बाँकी रहेको समेत जनाएको छ।
स्वास्थ्य सेवा विभाग, व्यवस्थापन महाशाखाका सूचना अधिकारी वीरबहादुर रावलका अनुसार आर्थिक वर्ष २०७५/७६ मा यी चार अस्थायी साधनका नयाँ प्रयोगकर्ताको संख्या ५ लाख ६५ हजार ८७७ थियो भने २०७६/७७ मा ५ लाख २० हजार ८८ रहेको थियो।
गत आर्थिक वर्ष २०७७/७८ मा भने यो संख्यामा केही सुधार भएको देखिएको छ। गत आर्थिक वर्षमा ५ लाख ३९ हजार ३६९ हजार नयाँ प्रयोगकर्ताले परिवार नियोजनका अस्थायी साधन प्रयोग गरेका थिए।
परिवार नियोजनका चार अस्थायी साधनमध्ये तीनै आर्थिक वर्षमा डिपो प्रयोगकर्ताको संख्या बढी छ। प्रदेशगत रुपमा पनि डिपो प्रयोगकर्ताको संख्या धेरै देखिन्छ।
परिवार नियोजनका साधन प्रयोगकर्ताको प्रदेश अनुसारको तथ्यांक यस प्रकार छ।
आर्थिक वर्ष २०७५/७६
प्रदेश | डिपो | पिल्स | इम्प्लान्ट | आयुसिडी |
प्रदेश १ | ५१३१६ | २१७७४ | २०९६३ | २४८७ |
प्रदेश २ | ४११११ | २२२६० | ११७८७ | ३४२१ |
बागमती | ४४७०५ | १९९०९ | १९९८६ | ५३६८ |
गण्डकी | १७१३३ | ११२९४ | ७३१५ | २६०४ |
लुम्बिनी | ७४२६१ | ४४३०० | २३२४५ | ५९०३ |
कर्णाली | २९९४७ | १४६१२ | ८२६२ | ८९६ |
सुदूरपश्चिम | ३३५३५ | १४२८६ | ११२७१ | १९२६ |
जम्मा | २९२००८ | १४८४३५ | १०२८२९ | २२६०५ |
आर्थिक वर्ष २०७६/७७
प्रदेश | डिपो | पिल्स | इम्प्लान्ट | आयुसिडी |
प्रदेश १ | ४३१९८ | २३६४८ | १६२१२ | २८७३ |
प्रदेश २ | ३९३२७ | २४३८९ | १६२१२ | २१३४ |
बागमती | ४९६५२ | २०४२४ | १९३११ | ३०८८ |
गण्डकी | १८१२४ | ११८५८ | ६७७९ | १५९९ |
लुम्बिनी | ५०३८४ | ३३८५५ | १८१३५ | २८४८ |
कर्णाली | ३४८१४ | १६४७५ | ७०७६ | ६२५ |
सुदूरपश्चिम | ३६१११ | १५६४३ | १०६१७ | १३३४ |
जम्मा | २७१६१० | १४६२९२ | ८७६८५ | १४५०१ |
आर्थिक वर्ष २०७७/७८
प्रदेश | डिपो | पिल्स | इम्प्लान्ट | आयुसिडी |
प्रदेश १ | ४७३५१ | २३५५० | १७११५ | १८७० |
प्रदेश २ | ४२८३४ | २५९८८ | ९१७५ | १४२० |
बागमती | ४४९०१ | १९२९९ | २२४०३ | ३८०३ |
गण्डकी | १८३२९ | ११६३१ | ९७३४ | १३०७ |
लुम्बिनी | ४७३८० | २९०१७ | २१४५९ | २३१७ |
कर्णाली | ३७९८५ | १५८७९ | ८००९ | ४७२ |
सुदूरपश्चिम | ४२२९१ | १८८८५ | १३३३३ | १६३४ |
जम्मा | २८१०७१ | १४४२४९ | १०१२२६ | १२८२३ |